फतेहाबाद। किसान आंदोलन की वर्षगांठ पर 26 नवंबर को राष्ट्रीय आह्वान पर जनता के ज्वलंत मुद्दों को लेकर डीसी दफ्तर फतेहाबाद पर आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा। यह निर्णय रामकुमार बहबलपुरिया की अध्यक्षता में आयोजित किसान सभा, खेत एवं ग्रामीण मजदूर यूनियन एवं सीआईटीयू के पदाधिकारियों की संयुक्त मीटिंग में लिया गया। मीटिंग में चर्चा करते हुए नोट किया गया कि फतेहाबाद जिले की हजारों एकड़ जमीन बरसाती पानी एवं सेम की वजह से प्रभावित हो गई है, हजारों मकानों को नुक्सान हुआ है लेकिन सरकार की तरफ से कोई मुआवजा देना तो दूर भाजपा का शासन प्रशासन लीपा-पोती में लगा हुआ है। बीमा कंपनियां बीमा क्लेम देने में कोताही कर रही है। बिजाई के लिए खाद बीज की भारी किल्लत है। इस संकट के हालात में भूमिहीन ग्रामीण मजदूरों के लिए मनरेगा कानून से कुछ राहत दी जा सकती थी लेकिन भाजपा सरकार मनरेगा को ही खत्म करने पर तुली हुई है। काम मांगने वाले मजदूरों को काम नहीं दिया जा रहा और किए गए काम के महीनों तक दिहाड़ी मजदूरी नहीं मिलती।
किसान नेता ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों कर्मचारियों की मिलीभगत से मनरेगा में सरेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यही हालत परियोजना वर्करों और निर्माण मजदूरों, ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के साथ किया जा रहा है। कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की बजाय समय पर वेतन भुगतान भी नहीं किया जा रहा और अधिकारियों की प्रताडऩा का शिकार होना पड़ रहा है। एक तरफ महंगाई की भयंकर मार है और उपर से बिजली बिलों की भरमार से सीधा जेबों पर डाका डाल दिया है। भाजपा सरकार जनता को बरगलाने के लिए नकली ड्रामा कर रही है। लाडो लक्ष्मी योजना में जिस प्रकार की तुगलकी शर्तें लगाई गई है वो महिलाओं के साथ क्रूर मजाक है। शादी शुदा महिलाओं से मैरिज सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है और पोर्टल में शादी शुदा महिलाओं को अविवाहित दिखा कर परिवार पहचान पत्र परिवार परेशान पत्र साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि उम्र की पात्रता पूरी करने वाले बुजुर्ग बुढ़ापा पेंशन के लिए धक्के खा रहे हैं। भाजपा सरकार जनता की समस्याओं का समाधान करने की बजाय जातिवादी नफरतकारी तिकड़मों के सहारे जनता को बांटने की कुचेष्टा कर रही है। ऐसे हालात में किसान मजदूर एकता निर्मित करते हुए व्यापक अभियान चलाते हुए सभी ब्लाकों में तीनों संगठनों के कार्यकताओं की संयुक्त जरनल बाडी मीटिंग करने और गांवों गांवों में अभियान चलाते हुए 26 नवंबर को डीसी दफ्तर फतेहाबाद पर आक्रोश प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। मीटिंग में किसान नेता विष्णु दत्त शर्मा, राजेंद्र प्रसाद बाटू, जगतार सिंह, रामकुमार बहबलपुरिया, प्यारा राम म्योंद, ओमप्रकाश अनेजा, मदन सिंह, धर्मपाल जांडली, ओमप्रकाश भूथन मौजूद थे।
किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन एवं सीआईटीयू 26 नवंबर को डीसी दफ्तर फतेहाबाद पर करेंगी आक्रोश प्रदर्शनसमस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो डाला जाएगा पड़ाव : जगतार सिंह
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