70 सरपंचों का दल उत्तर प्रदेश रवाना, बेहतरीन पंचायत मॉडल की तलाश

Fatehabad Street Mail

जिला परिषद अध्यक्ष एडवोकेट सुमन खीचड़ ने हरि झंडी देकर किया रवाना।
फतेहाबाद, हरियाणा: जिले की 70 ग्राम पंचायतों के सरपंचों का एक दल आज, सोमवार को उत्तर प्रदेश के लिए एक विशेष ‘एक्सपोजर विजिट’ पर रवाना हुआ। यह दौरा हरियाणा सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल का हिस्सा है, जिसके तहत पंचायत प्रतिनिधियों को अन्य राज्यों की बेहतरीन और सफल ग्राम पंचायतों के कार्यों को देखने और समझने का अवसर दिया जा रहा है। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य सरपंचों को विकास कार्यों की नई तकनीकों और प्रभावी प्रशासनिक मॉडलों से परिचित कराना है ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में उनका अनुकरण कर सकें।
इस महत्वपूर्ण शैक्षणिक यात्रा को जिला परिषद के अध्यक्ष (प्रधान) एडवोकेट सुमन खीचड़ ने हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना किया। जिला परिषद परिसर में आयोजित इस संक्षिप्त कार्यक्रम में उत्साह का माहौल था। सरपंचों के चेहरे पर नए अनुभवों को जानने की उत्सुकता स्पष्ट रूप से झलक रही थी। इस अवसर पर जिला परिषद के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सरपंचों को शुभकामनाएं दीं। इनमें मुख्य रूप से जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (DDPO) अनूप सिंह और अकाउंट्स ऑफिसर राजेश रहेजा शामिल थे। इनके अलावा, जिला परिषद के अन्य सभी अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे, जिन्होंने इस पहल की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
बस को रवाना करने से पहले, जिला परिषद अध्यक्ष एडवोकेट सुमन खीचड़ ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस पहल की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, “पंचायत जन प्रतिनिधियों को इस प्रकार का एक्सपोजर विजिट प्रदान करना हरियाणा सरकार का एक बेहतरीन और दूरदर्शी कदम है। लोकतंत्र की सबसे मजबूत इकाई हमारी ग्राम पंचायतें हैं। जब हमारे सरपंच, जो कि जमीनी स्तर पर विकास के असली कर्णधार हैं, दूसरे राज्यों की सफल पंचायतों के बेहतरीन मॉडल देखेंगे, तो उन्हें यह स्पष्ट समझ आएगा कि वे अपने इलाके में क्या बेहतर कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि, “केवल फंड्स देना ही विकास नहीं है; विकास का मतलब है उन फंड्स का सर्वोत्तम उपयोग। उत्तर प्रदेश की कुछ पंचायतों ने जल प्रबंधन, स्वच्छता, शिक्षा और ई-गवर्नेंस में अनुकरणीय कार्य किए हैं। हमारे सरपंच वहां जाकर न सिर्फ उन कार्यों को देखेंगे, बल्कि उनके पीछे की कार्यप्रणाली को भी समझेंगे। इससे उन्हें नई प्रेरणा और व्यावहारिक ज्ञान मिलेगा, जिसका सीधा लाभ उनके गांवों के निवासियों को होगा।”
दौरे का मुख्य उद्देश्य ज्ञान और नवाचार का आदान-प्रदान है।
यह दौरा विशुद्ध रूप से शैक्षिक है और इसका लक्ष्य ज्ञान और सर्वोत्तम कार्यप्रणाली का आदान-प्रदान करना है।

  • मॉडल पंचायतों का अध्ययन: सरपंच दल उत्तर प्रदेश की उन ग्राम पंचायतों का भ्रमण करेगा, जिन्हें विभिन्न विकास मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर पहचान मिली है।
  • जल संरक्षण और प्रबंधन: विशेष ध्यान जल संरक्षण की तकनीकों, जैसे रेनवाटर हार्वेस्टिंग, तालाबों का जीर्णोद्धार और सूक्ष्म सिंचाई प्रणालियों के सफल कार्यान्वयन पर रहेगा।
  • स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: सरपंच देखेंगे कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन (SLWM) कैसे किया जा सकता है ताकि गांव साफ-सुथरे और स्वास्थ्यकर बनें।
  • ई-गवर्नेंस और पारदर्शिता: दल उन पंचायतों की कार्यप्रणाली का अध्ययन करेगा जिन्होंने टेक्नोलॉजी का उपयोग करके ग्राम सभा की बैठकों को पारदर्शी बनाया है, जन्म-मृत्यु पंजीकरण जैसी सेवाओं को ऑनलाइन किया है और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुंचाया है।
  • महिला सशक्तिकरण और आजीविका: जिन पंचायतों में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) ने सफलतापूर्वक ग्रामीण आजीविका को बढ़ाया है, उन मॉडलों को भी समझा जाएगा।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार: सरपंच यह जानने की कोशिश करेंगे कि स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ग्रामीणों की भागीदारी से कैसे सुधार लाया जा सकता है।
    सरपंचों में उत्साह
    रवानगी से पहले, कई सरपंचों ने इस दौरे को लेकर अपना उत्साह व्यक्त किया। गांव की सरपंच श्री धर्मवीर ने कहा, “हम हरियाणा में कई अच्छी चीजें कर रहे हैं, लेकिन दूसरे राज्यों की सफलताओं को देखने से हमारी सोच का दायरा बढ़ेगा। हम उम्मीद करते हैं कि हम वहां से कुछ ऐसी चीजें सीखकर आएंगे, जिन्हें हमारे गांव की जरूरतों के हिसाब से ढालकर लागू किया जा सके।”
    एक अन्य युवा सरपंच, श्री मांगे राम जी, ने कहा, “यह एक शानदार अवसर है। हम विशेष रूप से ई-गवर्नेंस और पंचायत में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के मॉडलों को देखना चाहते हैं। हम अपने गांव को पूरी तरह से डिजिटल और पारदर्शी बनाना चाहते हैं।”
    हरियाणा सरकार की प्रतिबद्धता
    यह एक्सपोजर विजिट हरियाणा सरकार की पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त बनाने की व्यापक प्रतिबद्धता को दर्शाती है। सरकार मानती है कि पंचायतों के प्रतिनिधियों को पर्याप्त ज्ञान, संसाधन और अनुभव प्रदान करके ही राज्य में सर्वांगीण और समावेशी ग्रामीण विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। यह पहल न केवल सरपंचों के ज्ञान में वृद्धि करेगी, बल्कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच ‘बेस्ट प्रैक्टिसेज’ के आदान-प्रदान के लिए एक सेतु का काम भी करेगी।
    सरपंचों का यह दल कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश की विभिन्न पंचायतों का दौरा करने के बाद फतेहाबाद लौटेगा और एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगा। इस रिपोर्ट के आधार पर, जिला परिषद और ग्राम पंचायतें उन सीखे हुए मॉडलों को जिले की अन्य पंचायतों में लागू करने की दिशा में कार्य करेंगी।
    उपलब्ध जगह को भरने के लिए, यह लेख और विस्तारित किया जा सकता है, जिसमें शामिल हो सकते हैं:
  • उत्तर प्रदेश की उन विशेष पंचायतों का उल्लेख जिनका दौरा किया जाएगा (जैसे कि कोई ‘आदर्श ग्राम’ या पुरस्कार विजेता पंचायत)।
  • दौरे के लिए सरपंचों के चयन की प्रक्रिया पर विस्तार।
  • हरियाणा सरकार की अन्य पहलों (जैसे ‘ग्राम दर्शन’ पोर्टल या पंचायती राज प्रशिक्षण) का उल्लेख करते हुए इस दौरे को उनके साथ जोड़ना है।
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