फतेहाबाद/जाखल/रतिया: फतेहाबाद से गुजरने वाली घग्गर नदी में जलभराव लगातार बढ़ रहा है। हालात बाढ़ जैसे हो चुके हैं। पंजाब के दो गांवों में टूटे तटबंधों के कारण पानी का लगातार जाखल के गांवों की ओर बए़ रहा है। अब तक 11 गांवों के खेतों में पानी भर चुका है और करीब सात हजार एकड़ खेत पानी में डूब गए हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि आबादी तक अभी पानी नहीं पहुंचा है। इस बीच जाखल गांव के बीडीपीओ व उप तहसील कार्यालयों तक पानी पहुंचा हुआ है। गांव तलवाड़ा में लोगों ने बांध बनाने को लेकर विरोध किया। उनका कहना था कि अगर पानी अधिक बढ़ेगा तो उनके क्षेत्र में पानी भर जाएगा। यह लोग तलवाड़ा के टिब्बा कॉलोनी में रह रहे हैं।
जाखल के बाद अब रतिया व टोहाना में 23 जुलाई तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद
डीसी ने जाखल के बाद अब रतिया व टोहाना में 23 जुलाई तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुहला चीका व खनौरी में घग्गर का पानी ओवर फ्लड चल रहा है। खनोरी में 753 फुट से अधिक पानी का बहाव दर्ज किया गया है और यह पानी फतेहाबाद की ओर बढ़ रहा है। घग्गर में दोपहर तक 17 हजार क्यूसिक पानी दर्ज किया गया है, वहीं जाखल क्षेत्र से गुजरने वाले रंगोई नाले में भी क्षमता से अधिक पांच हजार क्यूसेक पानी चल रहा है। रंगोई नाले की क्षमता मात्र छह हजार है। कासिमपुर में आए बाढ़ के पानी के कारण उसका संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया है। कुदनी हैड का संपर्क भी टूटने वाला है। कुदनी गांव में पानी वाटर टैंक में आने लगा है। पूर्ण माजरा का संपर्क भी अन्य हिस्सों से टूटने के कगार पर है। गांव हिम्मतपुरा में ग्रामीणों ने अपने पशुधन को रेलवे लाइन पार ले जाकर बांधा है।
40 एकड़ फसलें तबाह
पानी गांव शक्करपुरा तक पहुंच गया है और अब तक यहां पर 40 एकड़ फसलें तबाह हो चुकी हैं। शक्करपुरा में रंगोई नाले के तटबंधों को बांधने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। यहां पर जेसीबी के माध्यम से तटबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। उदयपुर में भी पानी का लगातार जलभराव हो रहा है और यहांं के ग्रामीणों का आरेाप है कि प्रशासन उनकी मदद नहीं कर रहा। उन्होंने गांव से आने जाने के लिए एक बोट की मांग की है, जो अभी तक नहीं पहुंची है। ग्रामीणों का कहना है कि पानी का जलस्तर लगातार बढ़ता रहा तो उनका गांव टापू बन जाएगा। जाखल मंडी में व्यापारियों ने अपनी दुकानों के गेट पर तीन-तीन फुट तक चिनाई करवा दी है। वहीं रतिया के गांव लांबा की ओर से घग्गर का तटबंध टूट चुका है और पानी गांव लांबा की ओर बढ़ रहा रहा है। रतिया के ग्रामीणों के अनुसार, अगर जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो कमाना, लांबा व चिम्मो के खेतों में पानी भर जाएगा। गांव कड़ैल में तटबंध टूटने के कारण पानी तलवाड़ा के पास पहुंच गया है और यहां पर चार-चार फुट पानी जमा है। शक्करपुरा में तटबंधों को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक पंजाब में टूटे तटबंधों के कारण जाखल गांव, नड़ैल, तलवाड़ा, उदयपुर, कासिमपुर, कुदनी, साधनवास, गिरनो, नत्थूवाल,, चिल्लेवाल व शक्करपुरा में पानी पहुंच गया है।