फतेहाबाद: क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी फतेहाबाद संबंधित भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले बैठे लिपिक वर्ग के कर्मचारियों ने आज 13वें दिन सुबह पौधारोपण कर शुरुआत की। आज मंच का संचालन महिला वर्ग की लिपिक सरोज कुमारी द्वारा किया गया। अनिल रोहिल्ला व मास्टर कर्मबीर पेटवाड़ ने देश भक्ति व सामाजिक रागनियां द्वारा जोश भरा। अनिल रोहिल्ला कर्मचारी डीसी ऑफिस हिसार ने उधमी राम, भगतसिंह, सुभाष चंद्र बोस आदि के किस्सों से देशभक्ति गाने व भ्रूणहत्या व दहेज प्रथा पर गीत सुनाये। सीएडब्ल्यूएस के जिला प्रधान संदीप पुनिया ने बताया कि आज तेरह दिन बीतने के बाद भी सरकार हमारी मांग की ओर असंवेदनशील बने हुए हैं। पुनिया ने बताया कि आपदा वाले क्षेत्र जाखल टोहाना रतिया में प्रदेश व समाज हित में लिपिक वर्ग के कर्मचारी पूर्ण रूप से प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। रजिस्टर में स्ट्राइक भरकर पूरी लगन और निष्ठा से कार्य कर रहे हैं। हमारे बेसिक वेतन 35400 की मांग कार्य समीक्षा आधारित मांग है और सरकार को जल्द से जल्द उसे पूरा करना चाहिए। आज सोमवार को लघु सचिवालय परिसर में लिपिक वर्ग की टीम द्वारा बरगद का वृक्ष लगाया गया तथा पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। जिला कोऑर्डिनेटर चितरंजन साहू ने बताया कि आज लिपिक वर्ग के 600 कर्मचारी धरनास्थल पर उपस्थित हुए। जिला कॉर्डिनेटर ने आम जनता के नाम लिपिक वर्ग का एक आह्वान किया कि हरियाणा का लिपिक वर्ग पिछले तेरह दिन से अपने हक के लिए हड़ताल पर बैठा है। हरियाणा के नागरिकों की जानकारी के लिए हम बता दें कि हम लिपिक वर्ग हड़ताल का रास्ता नहीं चुनना चाहते थे लेकिन सरकार ने हमें यह रास्ता चुनने के लिए विवश कर दिया। पिछले तीन वर्षों में हमने अपनी मांगों के लिए अलग-अलग लोकतांत्रिक माध्यमों से सरकार तक पहुंचाने का बहुत प्रयास किया। इस कड़ी में हम लिपिकों ने प्रदेश के चुने हुए जनप्रतिनिधियों सभी सांसद तथा विधायक तथा सभी जिला उपायुक्तों को ज्ञापन दिए लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। इसके बावजूद भी हमने एक बार लोकतांत्रिक तरीके से 18 जून को करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया। इस प्रदर्शन के लिए हमने रविवार के दिन को चुना ताकि आमजन के कार्यों में किसी प्रकार की परेशानी ना आए। 18 जून को करनाल की मेयर और मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि ने हमें 4 जुलाई तक मुख्यमंत्री से वार्ता करवाने का लिखित आश्वासन दिया। इस बार इन आश्वासनों से तंग आकर हम लिपिकों ने फैसला किया कि अगर 4 जुलाई तक मुख्यमंत्री हमारे प्रतिनिधि मंडल से वार्ता के लिए नहीं बुलाते तो 5 जुलाई से हरियाणा के सभी विभागों के लिए फिक्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे। आखिरकार हमें 4 जुलाई तक सरकार की ओर से वार्ता के लिए कोई संदेश प्राप्त नहीं हुआ, जिसके फलस्वरूप 5 जुलाई को उसे हम हमारे सम्मानजनक वेतन की लड़ाई के लिए हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा। हम लिपिक हर नागरिक से पूछना चाहते हैं कि अगर आप 3 साल तक दर-दर की अपने हकों के लिए भटकते रहे और कोई भी आप की सूचना ले तो आप क्या करेंगे? जब आप खुद से यह सवाल करेंगे तो आपको इस प्रश्न का जवाब मिल जाएगा कि लिपिको ने हड़ताल क्यों की? दूसरी ओर हमारा प्रदेश बाढ़ की आपदा से जूझ रहा है इस संबंध में हमारे संगठन सीएसडब्ल्यूएस ने देश हित को सर्वोपरि रखते हुए यह घोषणा की थी कि लिपिक बाढ़ प्रबंधन कार्यों में अपनी ड्यूटी देने के लिए तैयार है। इसी संबंधी पत्राचार भी मुख्य सचिव हरियाणा सरकार व अन्य अधिकारियों से किया जा चुका है। आप सभी प्रदेशवासियों को जो हम विश्वास दिलाते हैं कि देश हित की बात आती है तो हम लिपिक हमेशा अग्रिम पंक्ति में मिलते हैं और भविष्य में भी तैयार मिलेंगे। सच है हम लिपिक आप सभी प्रदेशवासियों से निवेदन करते हैं कि आपकी सेवा में सदैव तत्पर है। हम आमजन के कार्यों में विलंब करने में कभी खुश नहीं है। हम आप सभी को यकीन दिलाते हैं आपने जो भी कार्य हम दिलीप की हड़ताल के कारण रुके हुए हैं उन सभी कार्यों को हमारा हक मिलने के उपरांत दिनरात्रि करके पूर्ण करने का काम करेंगे, परंतु इस मुश्किल घड़ी में जब हमें मजबूर होकर अपने हक समान वेतन के लिए हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। आप हम सभी का सहयोग करें। आज धरना स्थल पर अजमेर सिंह ,सुधीर कुमार,अरविंद कुमार, सुरजीत सिंह,राजेश कुमार प्रवीण कुमार लालचंद, नरेश , विनोद, संदीप, वीरेंद्र शर्मा ,राजाराम ,रविंद्र कुमार अवधेश मिश्रा, सचिन कुमार हरदीप कुमार, सुनील कुमार ,कर्मपाल ,पवन कुमार , ताराचन्द,नीलम, प्रतिभा, रमेश कुमारी रानी देवी, सरोज, प्रियंका, रितु ,रेनू आदि मौजूद रहे।