फतेहाबाद। खेती और रोजगार के संकट के लिए भाजपा सरकार की नीतियां जिम्मेदार है। यह बात बाढग़्रस्त और सेमग्रस्त प्रभावित लोगों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 22 वें दिन के पड़ाव में शामिल लोगों को सम्बोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा। आज के पड़ाव की अध्यक्षता रोहतास डुडी, राजविंदर सिंह चहल, सतबीर सिंह डुल्ट ने संयुक्त रूप से किया तथा संचालन विष्णु दत्त शर्मा ने किया। पड़ाव को रामकुमार बहबलपुरिया, सूरजमल जाखड़, बंशीलाल सिहाग, बनवारीलाल जाखड़, गुरमेल सिंह सहनाल, मनीराम भूथन खुर्द, गुरजीत सिंह सहित अनेक नेताओं ने सम्बोधित किया। पड़ाव को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार किसानों, मजदूरों की जेब पर डाका डाल रही है वहीं दूसरी तरफ शासन प्रशासन की मिलीभगत से चोरियां बढ़ रही है। इलाके में बढ़ती चोरी की घटनाएं मुख्यमंत्री के सम्बोधन का परिणाम है जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन एक एक व्यक्ति की सुरक्षा नहीं कर सकता। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की नीतियों के खिलाफ संघर्ष करने के लिए व्यापक एकता आधारित आंदोलन विकसित करना होगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ और सेमग्रस्त प्रभावित लोगों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर 11 सितम्बर को हरियाणा सरकार के मंत्री और टोहाना के विधायक के आवास का घेराव किया जाएगा और 18 सितम्बर को रतिया विधायक का घेराव किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने जनता के तमाम हिस्सों से आह्वान करते हुए कहा कि अपने हक अधिकारों की रक्षा करने और मुआवजा की मांग को लेकर आगामी कार्यक्रमों में सक्रिय हिस्सेदारी करें।