फतेहाबाद। हरियाणा में चल रही ग्रामीण सफाई कर्मियों की हड़ताल वीरवार को 45वें दिन भी जारी रही। सरकार द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान की पहल ना करने से खफा कर्मचारियों ने जहां हड़ताल को 1 दिसम्बर तक बढ़ाने का ऐलान किया है वहीं चेतावनी दी कि अगर फिर भी सरकार ने बातचीत के माध्यम से मांगों को पूरा नहीं किया तो ग्रामीण सफाई कर्मचारी आंदोलन को तेज करने पर मजबूर होंगे। फतेहाबाद के बीडीपीओ कार्यालय में धरना दे रहे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की अध्यक्षता पवन कुमार व जगदीश नूरकी ने संयुक्त रूप से की तथा संचालन सुरेंद्र सिंह झलनिया ने किया। हड़ताली कर्मियों को सम्बोधित करते हुए ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के नेता बेगराज, बलवीर सिंह, आदि ने कहा कि हरियाणा सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों से बेगार करवाकर उनका शोषण जारी रखना चाहती है जबकि ग्रामीण सफाई कर्मचारी बेगार की प्रथा से मुक्ति चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 17 साल से स्थाई काम पर अस्थाई सफाई कर्मचारी रखकर काम लिया जा रहा है और उन्हें पूरा वेतन भी नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनावी घोषणा पत्र में इन सफाई कर्मचारियों को 15 हजार वेतन देने का वायदा करने वाली भाजपा सरकार ने वेतन में भारी गैर बराबरी पैदा करके सफाई कर्मचारी विरोधी होने का सबूत दिया है। यूनियन नेताओं ने कहा कि पिछले 45 दिन से हरियाणा के 22 जिलों के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है लेकिन सरकार हठधर्मिता पर उतरी हुई है। सरकार वार्ता करके मसलों का समाधान करने की बजाय आंदोलन को लम्बा खिंचकर तोडऩे की नीति अपना रही है, जिसको किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता और ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। जब तक उन्हें उनका हक नहीं दिया जाता, वे वापस काम पर नहीं लौटेंगे। यूनियन नेताओ ने कहा कि सरकार के पास अभी भी समय है। हड़ताल से बाधित होने वाले सफाई कार्य से अगर सरकार बचना चाहती है और सफाई कर्मियों के प्रति अपनी कोई हमदर्दी रखती है तो सरकार वार्ता करके मांगों और समस्याओं का समाधान करें। इस अवसर पर चानण सिंह, गुलजारी लाल, गुरदीप, पवन कुमार, भाल सिंह, रूपा राम, पूर्ण सिंह, कर्म सिंह, शारदा देवी, कश्मीर कौर, बिटा रानी, बाला देवी, कलावती देवी, बेयनत कौर, हुकम सिंह, कालू राम सहित अनेक सफाई कर्मचारियों ने भाग लिया।