फतेहाबाद: लोकसभा और रा’यसभा के विपक्ष के 146 सांसदों के निलंबन के विरोध में इंडिया गठबंधन के घटक दलों द्वारा फतेहाबाद में लघु सचिवालय पर धरना दिया गया। धरने में कांग्रेस के अलावा वामपंथी दलों के नेता भी शामिल हुए और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री परमवीर सिंह, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, डॉ. विरेन्द्र सिवाच, कांग्रेस नेत्री कृष्णा पूनियां, अरविंद शर्मा, आनंदवीर सिंह गिल्लाखेड़ा, एडवोकेट विरेन्द्र, गुलबहार सिंह रिटोल, सीताराम बैनीवाल, गोपाल चौधरी, जुगलाल टुटेजा, नरेश सोनी, शम्मी रत्ति, पूनम रत्ति, चन्द्रमोहन पोटलिया, भजनलाल माचरा, मनोहर नारंग, अनिल नड्डा भूना, मंगतराम लालवास, फकीर चंद मित्तल, अनुराग भाम्भू, ईशर सिंह, संतलाल जांगू, कृपाराम बैनीवाल, कृष्ण नांगली, रमेश नीटा, उमेद सरवरपुरिया, सुदेश बलौदा, एडवोकेट धर्मपाल, माकपा नेता जगतार सिंह, रामकुमार बहबलपुरिया, देवीलाल एडवोकेट सहित अनेक इंडिया गठबंधन के अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। धरने को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा ने कहा कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र के मंदिर में ही लोकतंत्र की हत्या की है। उन्होंने कहा कि जब से देश में भाजपा सत्ता में आई है, उसने तानाशाही रवैया अपना हुआ है। भाजपा को पता था कि रा’यसभा में बहुमत न होने के चलते वह अपने बिलों को पास नहीं करवा सकती, ऐसे में उसने जानबूझ कर विपक्षी के इतने सांसदों को सस्पेंड करवा दिया। संसद सुरक्षा के सवाल पर मोदी सरकार को घेरते हुए पूर्व सीपीएस ने कहा कि पीएम जब पंजाब में गए और उनकी सुरक्षा में चूक हुई तो उन्होंने इसकी सारी जिम्मेवारी पंजाब सरकार पर डाल दी थी। अब पीएम और गृहमंत्री की मौजूदगी में संसद सुरक्षा में चूक हुई है। विपक्ष जब सरकार से इसका जवाब मांग रहा तो देश की जनता को जवाब देने की बजाय 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे तानाशाही रवैया अपनाकर विपक्षी की आवाज को दबा नहीं सकती। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा और सांसदों की बहाली को लेकर आज देशभर में इंडिया गठबंधन द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया है। उपराष्ट्रपति की मिमिक्री मामले में मोदी सरकार को घेरते हुए पूर्व सीपीएस ने कहा कि देश की जनता का असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए उपराष्ट्रपति के मामले को भाजपा द्वारा जातीय रंग दिया जा रहा है। भाजपा धर्म और जाति के नाम पर देश को उलझाना चाहती है लेकिन देश इनके हथकंडों को जान चुका है और 2024 में भाजपा को इसका करारा जवाब मिलेगा। पूर्व सीपीएस प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार की तानाशाही को देश और कांग्रेस किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। रा’यसभा में सांसद दीपेन्द्र हुड्डा और विधानसभा में पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जनता की आवाज उठा रहे हैं। जनता के जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी और सडक़ से लेकर संसद तक लड़ाई जारी रखी जाएगी। उन्होंने खिलाडिय़ों की आवाज उठाते हुए कहा कि खिलाडिय़ों के साथ हुई हरकत को पूरे देश ने देखा। भाजपा सरकार जांच की बजाय यौन शोषण के आरोपी अपने सांसद को बचाने में लगी है। उन्होंने कहा कि जिन खिलाडिय़ों ने विश्व में देश और तिरंगे का नाम चमकाया, आज उन्हें ही बालों से घसीटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर खिलाडिय़ों का मान-सम्मान दिया जाएगा व आर्थिक सहायता दी जाएगी। पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने कहा कि देश के इतिहास में पहले बार 146 विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया है। केन्द्र की मोदी सरकार ने संविधान को बुलडोजर से कुचलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति मामले को भाजपा द्वारा जानबूझ कर तूल दिया जा रहा है। राहुल गांधी ने वहां सिर्फ वीडियो बनाई और यह वीडियो वायरल भी नहीं की, इसके बावजूद भाजपा के नेता उनका इस्तीफा मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के सत्ता में आते ही भाजपा सरकार द्वारा जबरदस्ती थौंपे जा रहे सभी कानूनों को वापस लिया जाएगा और पुरानी परम्परा बहाल होगी। भाजपा के नेताओं से पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा