फतेहाबाद: प्रदेश सरकार दोनों हाथों से किसानों और आम जनता को लूटने में लगी है। प्रदेश में कानून व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है और परिवार पहचान पत्र में लोगों की अनाप-शनाप इंकम दिखाकर उन्हें मिलने वाली सभी सुविधाएं छीनी जा रही हैं। यह बात पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष मनदीप नथवान ने सोमवार को फतेहाबाद में विधायक दुड़ाराम के निवास का घेराव किए बैठे किसानों को संबोधित करते हुए कही। आज फतेहाबाद के सैंकड़ों किसानों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के बैनर तले भट्टू रोड पर विधायक दुड़ाराम के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और नारेबाजी कर रोष जताया। किसान नेताओं ने घोषणा की कि वे सरकार की किसान व जनविरोधी नीतियों को लेकर गांव-गांव जाएंगे और लोगों को लामबंद किया जाएगा। प्रदर्शन की अध्यक्षता ब्लाक प्रधान फतेहाबाद करमजीत सालमखेड़ा ने की। किसानों को संबोधित करते हुए मनदीप नथवान ने कहा कि प्रदेश में चोरी और लूटपाट की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। कानून व्यवस्था का जनाना निकल चुका है। चोरी-लूटपाट बढऩे का सबसे मुख्य कारण नशा है। नशाखोरी पर लगाम कसने में शासन-प्रशासन फेल नजर आ रहा है। सरकारी दफ्तरों में फैले भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तरों में बिना नजराने के कोई काम नहीं होता। महंगाई की मार झेल रही जनता को कुछ राहत देने की बजाय बिजली बिलों में सिक्योरिटी चार्ज व अन्य सरचार्ज के नाम पर जनता को लूटा जा रहा है। गरीब परिवार पहले ही बड़ी मुश्किल से बिजली का बिल भरता है, ऐसे में सरकार ने सरचार्ज का बोझ डालकर जले पर नमक छिडकऩे का काम किया है। जिले में अनेक किसानों व पीडि़तों को बाढ़ का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। किसान नेता करमजीत सालमखेड़ा ने कहा कि फैमिली आईडी में इंकम के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। लोगों की अनाप-शनाप इंकम दिखाकर उन्हें सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित किया जा रहा है। लोगों को रोजगार देने में नाकाम रही सरकार गाडिय़ां चलाकर परिवार का पेट भरने वाले युवाओं को बर्बाद करने के लिए हिट एंड रन जैसे काले कानून ला रही है, जिससे इन चालकों का सडक़ों पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाएगा। विधायक को ज्ञापन सौंपकर किसान संघर्ष समिति ने बिजली बिलों में नाजायज वसूले जा रहे सिक्योरिटी चार्ज व अन्य सरचार्ज बंद करने, जिले में बढ़ रही चोरी की घटनाओं, नशाखोरी, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार को बंद करने, बाढ़ पीडि़तों को उचित मुआवजा बिना देरी के तुरन्त देने, ड्राईवरों के खिलाफ बनाए गए कानून को तुरन्त रद्द करने, किसानों पर पराली जलाने पर बनाए गए अवैध मुकद्मों को तुरन्त वापस लेने और फैमिली आईडी में छेड़छाड़ कर अनाप-शनाप बढ़ाई गई इंकम को सही करने की मांग की गई है। इस अवसर पर रविन्द्र हिजरावां, करमजीत सालमखेड़ा, ओमप्रकाश हसंगा, संदीप सिवाच, केडी अग्रोहा, लवी बाठ, मनजीत पूर्ण माजरा, कमल बराड़, मलकीत उप्पल, सुरजीत उप्पल, भूपिन्द्र रंधावा, गुरप्रीत सिंह, गुरलाल नथवान, सुखदीप रंधावा, कमल बीसला सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।