फतेहाबाद। कर्मचारियों एवं जनता से वोट जरूर करने, निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न करवाने, शासन प्रशासन के दबाव में न आने, सरकारी नीतियों के प्रभाव से दोस्त-दुश्मन की पहचान कर वोट करने की अपील करने को लेकर आज ऑल हरियाणा पावर कार्पोरेशन वर्कर यूनियन द्वारा कन्वेंशन का आयोजन किया गया। पटवार भवन फतेहाबाद में हुई यूनिट स्तरीय कन्वेंशन की अध्यक्षता यूनिट प्रधान अमित शर्मा ने की व संचालन सचिव रामनिवास शर्मा द्वारा किया गया। कन्वेंशन में मुख्य वक्ता के तौर पर यूनियन के राज्य अध्यक्ष सुरेश राठी ने भाग लिया। राज्य अध्यक्ष सुरेश राठी ने कहा कि कर्मचारियों को दबाने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जाएंगे लेकिन कर्मचारियों व जनता के हकों की, कल्याणकारी नीतियों की मांग की राजनीति हमें करनी ही होगी। उन्होंने कहा कि लाभ पर आधारित संस्थानों को प्राइवेट करने, कम वेतन करने, असुरक्षित नौकरी देने, पक्की नौकरी देने की बात कौन कर रहा हीै, उसी आधार पर कर्मचारी अपने मताधिकार का प्रयोग करे। उन्होंने कहा कि पेंशन देने की बात कौन कर रहा है और पेंशन को पाप कौन बता रहा है, कर्मचारी इसमें फर्क करते हुए अपने दोस्त व दुश्मन की पहचान करें। राठी ने कहा कि वोट डालने से पहले कर्मचारी यह ध्यान रखें कि 50 साल की उम्र में जबरदस्ती रिटायर करने का 2019 का पत्र उस पर क्या प्रभाव डालेगा, अपने बच्चों को अग्निवीर में भेजना सही है या नहीं, उन्हें शहीद का दर्जा व पेंशन मिलना सही है या नहीं, कौन सा दल जाति, धर्म, क्षेत्र, लिंग के आधार पर देश के टुकड़े कर सकता है, बलात्कारियों, भ्रष्टाचारियों को कौन बचा रहा है। असहमति की आवाज को जेलों में कौन डाल रहा है, ऐसे अनेक सवाल है जोकि मतदान से पहले हमें सोचने होंगे। सुरेश राठी ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई, उस समय हमने 400 रुपये के महंगे सिलैण्डर को लेकर मतदान किया था। आज जब सिलैण्डर 1000 से 1200 का हुआ तो उसने सामने 400 का सिलैण्डर सस्ता लगने लगा है। उन्होंने बिजली कर्मचारियों के आंदोलन, रोडवेज आंदोलन, पीटीआई आंदोलन, किसान आंदोलन, सर्व कर्मचारी संघ व अन्य विभागीय यूनियनों के आंदोलन व उनका दमन व लाठीचार्ज, आंसु गैंस व शहीदों को भी याद किया। वक्ताओं ने कर्मचारियों को चेताते हुए कहा कि बाद में हाथ मलने से कुछ नहीं होगा, इसलिए देश को बचाने, देश के लोगों के विकास के हक में मतदान करें। इस मौके पर मलकीत सिंह, धर्मपाल, विजेंद्र, विनोद गोदारा, ओमप्रकाश बिश्नोई, सतपाल सिंह, हनुमान सिंह, जीत सिंह, कुलदीप बिजारनिया, महेन्द्र घोड़ेला, गुरप्रीत सिंह, संजय कुमार सहित सैंकड़ों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।