फतेहाबाद। भाजपा के जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा का कहना है कि सिरसा सहित सोनीपत व रोहतक सीटों पर पार्टी को हार का अंदेशा काफी समय पहले से ही हो गया था, यहां कुछ कमियां थी, जिन्हें दूर करने का प्रयास किया गया, लेकिन कहीं न कहीं कुछ कमियां रह गई, कुछ विपक्ष अफवाहे फैलाने में कामयाब रहा, जिस कारण रिजल्ट इस प्रकार के रहे। बलदेव ग्रोहा आज फतेहाबाद प्रेस क्लब के साथ अमात्रा रिजॉट्र्स में चाय पर चर्चा कर रहे थे। उनके साथ पार्टी के जिला उपाध्यक्ष महेश शर्मा, जिला महामंत्री अशोक जाखड़, मीडिया प्रभारी पवन सिंह भी मौजूद रहे। कार्यक्रम से पहले जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा के जन्म दिन पर केक सेरेमनी भी की गई। कार्यक्रम में पहुंचने पर क्लब अध्यक्ष विजय मेहता, वरिष्ठ पत्रकार मदन गर्ग, कपिल शर्मा, अमित रुखाया, रमेश जोइया, कोषाध्यक्ष विनोद शर्मा, प्रवक्ता योगेश अरोड़ा, जितेंद्र मोंगा, विष्णु नाढोड़ी, ललित मेहता, विनोद अरोड़ा, सतीश खटक, मुकेश नारंग, सन्नी ग्र्रोवर ने उनका स्वागत किया। भाजपा हमेशा ही चुनाव ही नहीं सेवा भाव के लिए हमेशा तत्पर रहती है, देश में कोई भी सेवा कार्य हो या आपदा हो, उसमें भाजपा हमेशा तैयार रहती है। चुनाव तो एक पार्ट है। इसमें हार जीत का कोई मायना नहीं, क्योंकि कभी हार तो कभी जीत का सिलसिला रहता है। भाजपा इससे ऊपर उठकर काम करती है। रतिया से चुनाव लडऩे संबंबधी सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी कहीं भी कोई ड्यूटी लगाती है तो कार्यकर्ता हमेशा तत्पर रहता है। पार्टी ने कोई आदेश दिया तो वे तैयार हैं। उनमें कोई कमी नहीं निकाल सकता। वे 25 सालों से ज्यादा समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं, यदि टिकट मिली तो ठीक, नहीं मिली तो ठीक। इस पार्टी में व्यक्ति विशेष या परिवार का दबदबा नहीं है। सिरसा सीट पर हार के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सिरसा से हारे जरूर हैं, इसे स्वीकार करते हैं, लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ा है। जब सारे दल मिलकर एक पार्टी या एक व्यक्ति के पीछे पड़ जाएं तो फर्क तो पड़ता है। चुनाव के समय जो गठबंधन हुआ, वो अब टूटने लगा है। विधानसभा चुनाव जब आएंगे तो भाजपा 90 की 90 सीटों पर आगे रहेगी। अशोक तंवर की टिकट के सवाल पर कहा कि हाईकमान तो शुरू से मान रहा था कि रोहतक, सिरसा और सोनीपत में भाजपा कहीं न कहीं कमजोर है और यह आंकलन तीन साल पहले का है। उन्होंने कहा कि तीनों लोकसभा का क्लस्टर तैयार किया गया और इस पर जोर दिया गया कि कमियों को दूर किया जाए, लेकिन फिर भी कहीं न कहीं कमियां रह गई। बलदेव ग्रोहा ने कहा कि सारी कमियां जो मिली हैं, उन्हें सुधारा जाएगा। 2014 से मूल्यांकन करें तो जो काम भाजपा ने किया, वो 60-70 सालों से देश में नहीं हुए थे। चुनाव से पहले नेताओं द्वारा दल बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब चुनाव आता है तो कुछ लोग इधर चले जाते हैं कुछ उधर चले जाते हैं। विधानसभा चुनाव के समय भी दल बदले जाएंगे। यह चलता रहता है। बदलाव होना भी राजनीति है। चुनाव में पन्ना प्रमुख का दावा फेल होने के सवाल पर बलदेव ग्रोहा ने कहा कि कार्यकर्ता घर-घर जाकर चुनाव प्रचार में जुटे थे, पन्ना प्रमुख तक का काम हम पहुंच चुके हैं, लेकिन कहीं न कहीं सक्रियता लाने में कोई कमी रह गई। जो रिजल्ट आना चाहिए था, वो हम नहीं ला पाए। उन्होंने कहा कि सभी दलों ने एक ही पार्टी को टारगेट कर लिया, मर्यादा टांग कर रख दी तो ऐसा रिजल्ट मिला। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल अफवाहें फैलाने में कामयाब रहा कि संविधान खतरे में है। बहकाना आसान है, लेकिन समझाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए कहीं न कहीं लोगों को बरगलाने में विपक्ष कामयाब रहा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए बहुत मुद्दे पार्टी के पास है। सबसे बड़ा मुद्दा देश प्रदेश के विकास का है। विधानसभा चुनाव में सिरसा लोकसभा की 9 की 9 विधानसभा सीटें पार्टी जीतेगी। कार्यकर्ताओं की अनदेखी के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यकर्ता की अनदेखी भाजपा नहीं कर सकती, भाजपा ने कार्यकर्ताओं को बड़े-बड़े ओहदे दिए हैं, मुझे भी दो दो बार जिला प्रधान बना दिया, लेकिन संतुष्टि तो भगवान भी नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत अच्छे कानून लेकर आए थे, लेकिन कहीं न कहीं उसे किसानों को समझाने में पार्टी कामयाब नहीं हुई। किसानों का मान सम्मान हमेशा पीएम मोदी ने बढ़ाया है। यदि किसान अभी टेबल पर बैठकर बात करेंगे तो पीएम ना नहीं कहेंगे। आंदोलन करना संवैधानिक अधिकार है, लेकिन यह शांतिपूर्वक होना चाहिए। अब गांवों में कहा जाता है कि आपने कीलें लगा दी रास्तों में, लेकिन किसानों को हम बताते हैं कि किसान बसों में, रेल में या अन्य सरकारी साधनों पर दिल्ली जाते तो रोका नहीं जाते, लेकिन ट्रैक्टरों ट्रालियों को ले जाकर आम जनता के लिए परेशानी खड़ी सही नहीं था। सरकार ने किसी को अपमानित नहीं किया न ही गोली मरवाई। मांगों को लेकर आंदोलन जरूरी है, ताकि लोगों की मांगों के प्रति सरकार का ध्यान जाए, लेकिन यह भी नहीं संविधान कहता कि किसी को वोट मांगने से रोका जाए, आधार कार्ड के लिए लाइनों में लगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब से पोर्टल आए हैं, तब से लोगों के काम आसान हुए हैं। पहले लोगों को कागजों के पालिंदे लेकर जाना पड़ता था, अब काम आसान हो गए हैं। हो सकता है कि नई नई तकनीक से एक बार परेशानी हो, लेकिन भविष्य में इसके फायदे ही फायदे होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार नशे को खत्म करने में जुटी है, लेकिन पंजाब की तरफ से नशा तस्करी होकर आ रही है। पंजाब में पाकिस्तान की तरफ से नशा आ रहा है। सरकार इस पर लगाम लगाने के लिए सख्ती बरत रही है। सरकार इस क्षेत्र में इंडस्ट्री लगवाना चाहती है। सरकार ने देशभर में हाइवे का जाल बिछाया है, हर जिले में कॉलेज बनाए जा रहे हैं, मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं