फतेहाबाद: पशु व्यापारियों और किसानों ने फतेहाबाद में बंद पड़े पशु मेले को दोबारा चालू करने की मांग की है। इसको लेकर आज किसानों और व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन से मिला और ज्ञापन सौंपा। पशु व्यापारी यूनियन के प्रधान मोहरीराम ग्रोवर ने बताया कि फतेहाबाद के गांव अयाल्की में पशु मेला लगता था लेकिन पिछले काफी समय से यह मेला बंद पड़ा है। उन्होंने बताया कि उनकी यूनियन ने मेला फिर से शुरू करने को लेकर धरना भी दिया था जिसमें तत्तकालीन पंचायत एवं विकास मंत्री देवेन्द्र बबली ने उन्हें मेला फिर से शुरू करवाने का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवा दिया था, लेकिन आज तक पशु मेला शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि पंजाब क्षेत्र में लगने वाले पशु मेले के ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए फतेहाबाद में फिर से पशु मेला शुरू नहीं किया जा रहा। मोहरी राम ग्रोवर ने बताया कि पशु मेला बंद होने के कारण किसानों और पशु व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है, उनका मुख्य काम धंधा खेतीबाड़ी और पशुपालन है। सरकार को पशु मेला बंद होने से ही माह 50-60 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। हजारों किसान और व्यापारी पशु मेले के कारण ही अपना काम चला रहे थे। मेला बंद होने से इन सभी लोगों के काम धंधे बंद हो गए हैं और इनके पास रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि यहां पशु मेला बंद होने से उन्हें पशु बेचने के लिए बार-बार बाहर की मण्डियों में जाना पड़ता है, जिस कारण किराया भाड़ा ‘यादा होने के कारण उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब गर्मी का मौसम भी नहीं रहा है। ऐसे में किसानों और व्यापारियों की इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा बंद करवाए गए मेले पशु को दोबारा से शुरू किया जाए ताकि उनकी रोजी-रोटी चलती रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने फिर से पशु मेला नहीं चालू नहीं किया तो व्यापारी व किसान फिर से धरना देने को मजबूर होंगे। उन्होंने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो मामले को लेेकर सीएम नायब सैनी से मुलाकात की जाएगी।