फतेहाबाद। नेशनल हैल्थ मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में काम कर रहे कर्मचारी सरकार व अधिकारियों के ढुलमुल रवैये से काफी गुस्से में है। नेशनल हैल्थ मिशन के एमडी डॉ. आदित्य दहिया के साथ घंटों चली बातचीत में अधिकारी द्वारा कोई सकारात्मक जवाब न देने से खफा एनएचएम कर्मचारियों ने आंदोलन को तेज करने की घोषणा कर दी है। एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा के बैनर तले जिलेभर में शनिवार को भी एनएचएम के सभी कर्मचारी कामकाज ठप्प कर हड़ताल पर रहे। एनएचएम कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर नागरिक अस्पताल के बाहर धरना जारी रखा और नारेबाजी कर अधिकारी के रूख पर नाराजगी जताई। आज फार्मासिस्ट एसोसिएशन से प्रधान कृष्ण कुमार ने एनएचएम कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया वहीं पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया भी धरना स्थल पर पहुंचे और आंदोलन का समर्थन करते हुए सरकार से एनएचएम कर्मियों की मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की ताकि स्वास्थ्य सेवाएं बहाल हो सकें। एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आज एम्बुलैंस, लेबर रूम, बच्चों की नर्सरी व टीकाकरण सहित सभी तरह की सर्विसस ठप्प रही। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही है। एनएचएम कर्मचारी संघ व स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के संयुक्त आह्वान पर किए गए प्रदर्शन में काफी संख्या में एनएचएम कर्मचारी शामिल हुए। धरने पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को लेकर कोई सकारात्मक रूख नहीं दिखा रही है। एनएचएम कर्मचारियों की मांग है कि सभी एनएचएम कर्मचारियों को पक्का किया जाए। सातवां वेतनमान दिया जाये। कैशलेस मेडिकल, ईएल, एचआरए की ऐवज में नियमानुसार क्वाटर अलॉट किए जाएं। हड़तालों का कटा हुआ वेतन दिया जाये। वेतन विंसंगति को दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि एनएचएम एमडी ने बातचीत में उनकी मांगों को लेकर सरकार से बात करने का आश्वासन दिया है लेकिन सांझा मोर्चा ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, एनएचएम कर्मचारी आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।