फतेहाबाद। फतेहाबाद से भाजपा के दशकों पुराने नेता एवं टिकट के प्रबल दावेदार राजपाल बेनीवाल ने साफ तौर पर कहा कि पार्टी टिकट आवंटन में बड़ी सोच समझ कर फैसला लेगी और उन जैसे निष्ठावान वर्कर को ही तव्वजो देगी। विधायक दुड़ाराम ने काम बहुत अच्छे किए, लेकिन वे भाजपा कार्यकर्ताओं से सामंजस्य नहीं बैठा पाए, साथ ही गोविंद कांडा जैसे बाहरी नेताओं की यहां कोई बात नहीं बनने वाली। वे आज यहां अमात्रा रेसॉट्र्स में फतेहाबाद प्रेस क्लब के साथ चाय पर चर्चा कर रहे थे। कार्यक्रम में पहुंचने पर अध्यक्ष विजय मेहता व सदस्यों ने फूल बुके भेंट कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा नेता भीम लांबा, क्लब के सदस्य कपिल शर्मा, संजय आहुजा, जितेंद्र मोंगा, विनोद शर्मा, योगेश अरोड़ा, नरेंद्र मदान, विष्णु नाढोड़ी, विनोद अरोड़ा, राजेंद्र राजपूत, प्रवीण कालवां, सनी ग्र्रोवर, विजय बजाज, लकी गिल्होत्रा, सतीश खटक, राजेश मेहुवाला, मुकेश नारंग भी मौजूद रहे। विधायक दुड़ाराम की वोटिंग 25 हजार वोटों से शुरू होने बारे प्रचलित कहावत पर राजपाल बैनीवाल ने कहा कि वे भट्टू क्षेत्र से आते हैं और भट्टू में 90 हजार वोटर हैं, इस तरह वे सभी 90 हजार वोटर उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि टिकट के दावेदारों में किसी भी पार्टी के पास ऐसे नेता नहीं है, जो भट्टू से प्रतिनिधित्व कर सकते, वे अकेले नेता हैं जो भट्टू के 90 हजार वोटरों का प्रतिनिधित्व कर टिकट मांग रहे हैं और पार्टी उनके बारे में जरूर सोचेगी। टिकट देने का फैसला नेतृत्व का है, लेकिन दावेदारी तो हर कोई कर सकता है, वे भी अपनी दावेदारी रख रहे हैं, 20 साल से वे पार्टी में निष्ठा से काम कर रहे हैं, हर चीज में वे सक्षम हैं, देश और पार्टी सेवा में शादी तक नहीं करवाई, उन्हें पूरा विश्वास है कि इस बार मौका उन्हें ही मिलेगा। पार्टी ने जो भी काम उन्हें दिया, उन्होंने बखूबी किए। बीते दिनों उनके समर्थन में अपार रैली हुई, जिसमें उनका जनाधार फतेहाबाद के अलावा पार्टी ने भी देखा है। उन्होंने कहा कि वे किसी की टिकट कटवाने नहीं आए, बल्कि अपनी टिकट मांग रहे हैं, पार्टी ने आशीर्वाद दिया तो वे सीट भी जीतेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली बार विधायक दुड़ाराम दूसरी पार्टी से आए तो उनका मेलजोल वर्करों से पूरा नहीं हो सका, अन्य बड़े नेता पार्टी कार्यालय में आते थे, लेकिन विधायक दुड़ाराम अपने कार्यालय में ही बैठते थे और वर्कर उनके कार्यालय में जा नहीं पाए, जिस कारण विधायक का कार्यकर्ताओं से सामन्जस्य पूरा नहीं बन पाया। विधायक द्वारा टिकट जेब में होने या टिकट विंडो बारे पता होने के सवाल पर राजपाल बेनीवाल ने कहा कि टिकट किसी की जेब में नहीं है, विधायक ने अच्छा काम किया है, पार्टी में भी कोई विंडो सिस्टम नहीं है। यहां बिना पर्ची बिना खर्ची काम होता है। पहले दुड़ाराम को टिकट मिली तो उन्हें तन मन और धन से जीताया, अब मौके की परिस्थिति देखेंगे क्या बनती है। उन्होंने कहा कि मनपसंद उम्मीदवार को टिकट न मिलने पर भाजपा वर्करों में असंतोष हो सकता है, लेकिन पार्टी में विरोध की भावना नहीं आती। कोई बाहर से आकर चुनाव लड़ जाए, यह भी नहीं होने देंगे। गोबिंद कांडा के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई कहीं आकर चाय पी जाए तो इसका मतलब ये नहीं कि वे यहां चुनाव लड़ेंगे। यदि कार्यकर्ताओं की नहीं मानी जाती तो परिणाम कुछ और भी हो सकते हैं। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं से पूरी रायशुमारी कर रही है। पूर्व अध्यक्ष वेद फुलां के टिकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि वैसे तो वेद फुलां रतिया विधानसभा से आते हैं, जबकि टिकट फतेहाबाद विधानसभा के नेता को ही मिलना चाहिए। राजनीति कबड्डी की तरह हैं, जैसे कबड्डी में नंबरों के लिए भाई को भाई ही बाहर धकेल देता है। फतेहाबाद से चुनाव जीतने के बाद वे यहां इंडस्ट्री स्थापित करवाने का सपना देखते हैं, इससे रोजगार भी बढ़ेगा और यहां उद्योग लगने से विकास भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि वैसे तो केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी, छोटी मोटी कमियां है, वो आगे दूर हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि नशे को लेकर सरकार रोकथाम के लिए तत्पर है और कदम उठा भी रही है, फिर भी चोरी-छुपे नशा बिकता है, उस पर लगाम लगाने की जरूरत है।