फतेहाबाद। इस बार का विधानसभा चुनाव आम आदमी और खास आदमी के बीच में है। एक तरफ पूंजीपति लोग चुनाव लड़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर आम किसान का बेटा चुनाव मैदान में है। अब लोगों को फैसला करना है कि उन्हें पूंजीपतियों का साथ देना है या किसान हितों की लड़ाई लडऩे वाले अपने बेटे का। यह बात आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी एवं युवा किसान नेता कमल बिसला ने क्षेत्र में जारी अपने जनसम्पर्क अभियान के दौरान कही। भट्टू क्षेत्र के गांवों में पहुंचे कमल बिसला का लोगों ने जोरदार स्वागत किया। गांव ठुईयां में आम आदमी प्रत्याशी के समर्थन में उमड़े लोगों ने एक स्वर में उन्हें समर्थन देने की घोषणा की वहीं भट्टू में राकेश बैनीवाल व उनके समर्थकों द्वारा उन्हें केलों से भी तोला गया। ग्रामीणों द्वारा किए गए स्वागत पर उनका आभार जताते हुए कमल बिसला ने कहा कि वह गाम के सम्मान की प्रतीक पगड़ी का मान कभी कम नहीं होने देंगे।
आप प्रत्याशी कमल बिसला ने कहा कि उन्होंने हमेशा आम किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, छोटे व्यापारी, कर्मचारी, युवाओं के हितों को लेकर लड़ाई लड़ी है। भट्टू में सालों से किसान सेम की समस्या से जूझ रहे हैं। इसको लेकर किसी भी नेता ने कभी किसानों की आवाज नहीं उठाई। उन्होंने 70 दिन तक यहां किसानों के साथ मिलकर धरना दिया, जिसकी बदौलत सरकार की नींद खुली और 100 करोड़ रुपये मंजूर किए गए। आप प्रत्याशी ने कहा कि क्षेत्र की जनता ही उनकी ताकत है और जनता के कहने पर ही उन्होंने चुनाव लडऩे का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि आज जो नेता खुद को किसान हितैषी होने का ढोल पीट रहे हैं, आज तक उन्होंने कभी किसानों का साथ नहीं दिया। ऐसे नेता कभी आम किसान, आम गरीब आदमी के सच्चे हितैषी नहीं बन सकते। उन्हें सिर्फ अपने नफे-नुकसान की चिंता रहती है। ग्रामीणों से वोटों की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि 5 अक्टूबर को वोट डालते समय एक बार जरूर सोचें कि कौन उनका सच्चा साथी है और कौन सिर्फ वोटों का लालची। कमल बिसला ने कहा कि अगर आज क्षेत्र के लोगों ने उनका साथ नहीं दिया तो भविष्य में कोई भी नेता या युवा आम किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, छोटे व्यापारी की लड़ाई नहीं लड़ पाएगा।
आम आदमी पार्टी प्रत्याशी ने कहा : आम जनता के लिए और जनता के कहने पर चुनाव मैदान में उतरा
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