फतेहाबाद: कल रात विधायक दुड़ाराम की दुकान पर एक जेई द्वारा वार्ड नंबर १५ के पार्षद योगी हंसराज का अपमान करने का समाचार है। आरोप है कि जेई ने विधायक के सामने स्पीकर फोन पर पार्षद को फोन कर कहा ‘तू मनै फंासी तुड़वाएगा’। जब पार्षद ने कहा लो विधायक से बात करो तो जेई ने फोन काट दिया। उल्लेखनीय है कि वार्ड नंबर १५ में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है और यहां के लोग नरकीय जीवन जी रहे हंै। बरसात के बाद लोगों के घरों में पानी घुस गया है। नगर परिषद इस क्षेत्र को अनअप्रुवड व अवैध कॉलोनी बताता है। इसलिए यहां कोई सफाईकर्मी भी नहीं आता। इस स्थिति से त्रस्त पार्षद योगी हंसराज ने १० मई को धरना भी दिया था। मगर आश्वासन के बावजूद हालातों में कोई सुधार नहीं आया। कल आई बरसात के बाद पार्षद जेई रमेश, जेई लोकेन्द्र व एमई नरेन्द्र पंवार को निरंतर फोन कर रहे थे कि लेकिन कोई भी उनका फोन नहीं उठा रहा था। अतत: उसने विधायक दुड़ाराम को जानकारी दी। रात ८ बजे तक जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो हंसराज के साथ कुछ पार्षद विधायक के ऑफिस पहुंचे। विधायक ने पार्षद हंसराज से पूछा कि क्या अभी तक उनके पास जेई लोकेन्द्र का फोन नहीं आया, जब पार्षद ने बताया कि नहीं तो विधायक के पीए ने जेई लोकेन्द्र को फोन कर पूछा कि अभी तक उसने पार्षद से बात नहीं की। पीए के फोन के बाद विधायक के सामने ही जेई लोकेन्द्र का फोन पार्षद हंसराज के फोन पर आता है। हंसराज स्पीकर ऑन कर हेलो करता है तो आरोप है कि सामने से जेई लोकेन्द्र कहता है ‘तू मनै फांसी तुडवाएगा’। जेई की भाषा सुनकर पार्षद कहता लो विधायक से बात करों। यह सुनकर जेई फोन काट देता है। अपमानित महसूस कर पार्षद हंसराज ने आज ईओ, डीएमसी व विधायक को ज्ञापन देकर अपमानित करने वाले जेई के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। हंसराज ने चेतावनी दी कि जेई के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती और वार्ड १५ की कॉलानियों से दूषित पानी की निकासी का प्रबंध नहीं होता तो वह पार्षदों से राय कर धरना शुरू करेंगे। उनका कहना है कि नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी विधायक के भी फोन की परवाह नहीं कर रहे। इससे अच्छा तो तब था जब उनका वार्ड पंचायत में था। नगर परिषद में शामिल होकर हमारा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। कॉलोनीवासी पार्षद से अपेक्षा करते हैं और पार्षदों को अधिकारी कीड़े मकौड़े समझते हैं। असल में कमीशन के खुले खेल ने अधिकारियों की शर्म उतार दी है और अब वह न किसी नेता से डरते हैं और न ही सरकार से। इसी वार्ड में ईसाईयों का कब्रस्तान टेंडर होने के बावजूद भी अधर में है।