फतेहाबाद। पशु मेला शुरू करवाना पशुधन से जुड़े फतेहाबाद जिले के हजारों लोगों के रोजगार को बचाना है। ग्रामीण क्षेत्र में खेती की आमदनी का मुख्य जरिया पशुधन है लेकिन सरकार पशुधन को बर्बाद करके जनता के जीवन के बर्बाद करने पर तुली हुई है। यह बात अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के नेता रामकुमार बहबलपुरिया ने पशु मेला शुरू करवाने के लिए आयोजित धरने को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। धरने की अध्यक्षता सतनाम सिंह ने की और संचालन किसान नेता मनफूल ढाका ने किया। धरने को अखिल भारतीय किसान सभा और भारतीय जनवादी नौजवान सभा ने भी अपना समर्थन दिया। लगातार दूसरे दिन जारी धरने पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए रामकुमार बहबलपुरिया ने कहा कि भाजपा सरकार हमारी खेती और पशुधन को बर्बाद करके कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि आज जनता बहुत परेशान है। हजारों लोगों का रोजगार छीनकर फतेहाबाद प्रशासन ने अनेक घरों में अंधेरा कर दिया है। आज प्रदर्शनकारियों ने सीटीएम को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों का जल्द पूरी करने का निवेदन किया। किसान सभा के नेता मनफूल ढाका ने कहा कि फतेहाबाद का पशु मेला पूरे हरियाणा के सबसे बड़ा और प्रसिद्ध पशु मेला है। छोटे किसान, मजदूर और व्यापारी अपने पशुओं की खरीद-बेच करके अपने आजीविका कमाते हैं। यदि हमारे मांगें पूरी नहीं होती है और शीघ्र ही यह पशु मेला शुरू नहीं होता है तो आंदोलन और धरना को और मजबूत किया जाएगा, इसकी सारी जिम्मेदारी फतेहाबाद के जिले प्रशासन की होगी। आज के धरने में अनेक किसान, मजदूर, व्यापारी, पशु पालक, पवन भूथन, पृथ्वी सिंह, दलवीर आजाद, पवन हिजरावां कलां, गुरमीत सिंह, देव रूपचंद गढ़वाल, बिंद्रा, रोहतास, सीताराम, ओम प्रकाश, महावीर, मलक सिंह, ईश्वर सिंह, वेद प्रकाश, रमेश कुमार आदि शामिल हुए।