फतेहाबाद। फतेहाबाद शहरवासियों को जल्द ही लाइब्रेरी का तोहफा मिलने जा रहा है। जिला पुस्तकालय भवन निर्माण की मांग को लेकर नागरिक अधिकार मंच के प्रयास सफल होते नजर आ रहे हैं। मंच की मांग पर जिला पुस्तकालय के लिए जमीन ट्रांसफर को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। मंच ने उम्मीद जताई है कि जमीन ट्रांसफर होने के बाद अब शिक्षा विभाग जल्द ही इस जगह पर लाइब्रेरी का निर्माण शुरू करवा देगा। बता दें कि जिला पुस्तकालय भवन निर्माण को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें महेंद्र कुमार धारनिया एडवोकेट, राजाराम बेनीवाल, कौशल, कुलदीप, स्नेह पानू, राज कुमार सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल थे, जिला प्रशासन से मिला और इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने का समय दिलाने की मांग की। इस पर जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाई। नागरिक अधिकार मंच इस मुद्दे को लम्बे समय तक प्रशासन के सामने प्रमुखता से उठाता रहा है। मंच द्वारा इसे लेकर जिला से लेकर चण्डीगढ़ में उच्चाधिकारियों और मंत्रियों तक को इस मामले से अवगत करवाया गया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जिले के विभिन्न गांवों में तो पुस्तकालय भवन बने हुए हैं परंतु फतेहाबाद शहर में पुस्तकालय, लाइब्रेरी का कोई भवन नहीं है। इस कारण यहां के लोगों खासकर विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा जगजीवनपुरा पार्क और नए गुरूद्वारा साहिब के पास पुराने एग्रीकल्चर ऑफिस वाली जगह जिला पुस्तकालय भवन के निर्माण हेतु निर्धारित की गई है परंतु अभी तक यह जमीन शिक्षा विभाग को ट्रांसफर नहीं हो पाई थी, जिस कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ था। इस मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व विभाग ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया था कि जल्द ही जमीन लाइब्रेरी के लिए ट्रांसफर कर दी जाएगी। अब अतिरिक्त मुख्य सचिव कार्यालय ने गुरूद्वारा साहिब के पास खसरा नंबर 395 में 2 कनाल 13 मरला जमीन जिला पुस्तकालय के लिए शिक्षा विभाग को ट्रांसफर किए जाने बारे आदेश जारी कर दिए है। महेन्द्र कुमार धारनियां एडवोकेट ने कहा कि जिला पुस्तकालय के लिये जमीन मिलना शहर के लिए मील का पत्थर साबित होगा। शहर के बीच में जिला पुस्तकालय बनने से बच्चों, बुजर्गों, महिलाओं को काफभ् फायदा होगा और सभी लोग इस पुस्तकालय का लाभ उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि हम मिलकर शहर की जनहित मांग को लेकर ईमानदारी से आगे बढ़े तो वह जरूर पूरी होती है।