फतेहाबाद/जोइया: फतेहाबाद जिले में जिला कल्याण अधिकारी का पद पिछले पांच माह से खाली पड़ा है। जिसकी वजह से करीब अढ़ाई हजार कन्यादान लाभार्थियों को इस योजना के तहत दिए जाने वाली राशि नहीं दी जा रही है। यह लाभार्थी आए दिन जिला कल्याण अधिकारी के कार्यालय का चक्कर लगा रहे है लेकिन उनकी समस्या को कोई समाधान नहीं हो रहा है। जानकारी के मुताबिक यहां पहले तैनात जिला कल्याण अधिकारी रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए और इसी वजह से वह निलंबित चल रहे है। उसके बाद हरियाणा कल्याण विभाग के मुख्यालय ने किसी भी अधिकारी को यहां का चार्ज नहीं दिया है। इसकी वजह से कन्यादान योजना के करीब अढ़ाई हजार लाभार्थियों को कन्यादान की राशि नहीं मिल पा रही है। इसके साथ साथ अंतर्राजातीय विवाह योजना व एससी एसटी को अत्याचार संबंधि मामलों में मिलने वाला लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। वहीं इसी कारण से जिला कल्याण कार्यालय में तैनात कर्मचारियों को वेतन भी मार्च माह के बाद नहीं मिला है। पता चला है कि यहां जिला कल्याण अधिकारी की नियुक्ति या किसी अन्य अधिकारी को यहां का चार्ज देने बारे विभाग के मुख्यालय को कई बार सूचित किया जा चुका है लेकिन इस समस्या का अभी तक कोई समाधान नहीं निकल रहा है। जानकारी के मुताबिक इन जनकल्याण योजनाओं का बजट भी जिला कार्यायल में आ चुका है। उल्लेखनीय है कि कन्यादान योजना के तहत एससी से संबंधित बीपीएल परिवार को 71 हजार रुपये, जनरल को 41 हजार रुपये और बीसी को 41 हजार रुपये तथा जनरल विधवा को कन्यादान योजना के अंतर्गत 51 हजार रुपये की राशि सरकारी की ओर से मिलती है। वहीं अंतर्राजातीय विवाह करने वाले जोड़े को अढ़ाई लाख रुपये की राशि सरकार की ओर से प्रदान की जाती है जबकि एससी-एसटी अत्याचार के मामलों में एफआईआर के मुताबिक मुआवजा राशि मिलती है।