फतेहाबाद। पिछले 14 दिनों से एनएचएम कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है। सरकार के साथ कई दौर की बातचीत सिरे न चढऩे व हरियाणा कैबिनेट बैठक में मिली निराशा के बाद एनएचएम कर्मचारियों में सरकार के खिलाफ रोष है। दो सप्ताह से एनएचएम कर्मचारियों के काम पर न लौटने से एम्बुलैंस सहित अनेक स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित है। एनएचएम कर्मचारियों ने वीरवार को भी हड़ताल करते हुए फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल के बाहर धरना दिया और क्रमिक अनशन पर बैठे। आज अनशन पर बैठने वालों में अमनदीप, सुरेन्द्र, दलीप, सुखदेव, रेखा आदि कर्मचारी शामिल हैं। एनएचएम सांझा मोर्चा के नेता विपिन शर्मा व अन्य पदाधिकारियों ने इन कर्मचारियों का अनशन शुरू करवाया। विपिन शर्मा ने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों को प्रदेश सरकार से काफी उम्मीद थी कि प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वह विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें नियमित करेगी लेकिन हरियाणा कैबिनेट की बैठक में नियमितिकरण को लेकर कोई फैसला न लेकर सरकार ने साबित कर दिया है कि वह एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन को खत्म करवाने के मूड में नहीं है और आंदोलन को लंबा खिंचना चाहती है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी भी प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हो रही असुविधा को लेकर चिंतित है लेकिन ऐसे हठधर्मी सरकार को झुकाने के लिए कर्मचारियों को हड़ताल जैसा कदम उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को मानने की बजाय उन्हें नोटिस देकर डराने का काम कर रही है। कर्मचारी नियमितिकरण सहित अन्य जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर है और जब तक सरकार लिखित में इन मांगों को नहीं मानती, वह हड़ताल खत्म कर काम पर नहीं लौटेंगे।