डॉ पुनिया ने कहा कि आज हमने डॉ. मनमोहन सिंह को भावपूर्ण पुष्पांजलि अर्पित की, जो एक दूरदर्शी नेता थे और जिन्होंने अपने जीवन को देश की प्रगति और समृद्धि के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह ने अपने जीवन में पढ़ाई, ईमानदारी और मेहनत के रास्ते आगे बढ़ते हुए भारत के प्रधानमंत्री पद तक पहुँचने की अनूठी मिसाल क़ायम की। वे पंजाब विश्वविद्यालय के सीनियर लेक्चरर और प्रोफेसर से शुरू होकर भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार, वित्त सचिव, RBI गवर्नर, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, वित्त मंत्री होते हुए न केवल प्रधानमंत्री पद पर पहुँचे, बल्कि दस साल तक प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की। इतिहास में वे भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्रियों में से एक के रूप में हमेशा याद किए जाएंगे। डॉ. पुनिया ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जी से कई बार मिलने का सौभाग्य मिला। डॉ. सिंह की सादगी और गहरी समझ ने हर उस व्यक्ति पर गहरी छाप छोड़ी, जिन्हें उनसे मिलने का अवसर मिला। उनकी शालीनता, अटल ईमानदारी और राष्ट्र के प्रति उनकी असाधारण सेवा हम सभी के लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेगी। उनका जाना हम सबके लिए बड़ी क्षति है, लेकिन उनके आदर्श और प्रगतिशील भारत का उनका दृष्टिकोण हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा