फतेहाबाद, 22 जनवरी। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि हमारे देश की समृद्ध संस्कृति में महिलाओं को सदा सम्मानित स्थान दिया गया है। बेटियां आज खेल, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रही हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के दस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्थानीय डीपीआरसी हॉल में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें मुख्यातिथि राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने डीपीआरसी भवन के प्रांगण में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए सभी को शपथ भी दिलाई और स्वयं हस्ताक्षर करके अभियान में जुडऩे का आह्वान किया।
राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए गर्व और आत्मचिंतन का है। 10 वर्ष पहले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत हरियाणा की पावन धरती पानीपत से हुई थी। उस समय हरियाणा अपने लिंगानुपात और बेटियों की स्थिति को लेकर चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा था। लेकिन आज, हम गर्व से कह सकते हैं कि यह अभियान न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में एक आंदोलन बन चुका है। सांसद ने कहा कि इस अभियान में सामाजिक संगठनों का अपना एक महत्वपूर्ण रोल रहा है। खाप पंचायतों ने इस दिशा में एक बड़ा रोल अदा करते हुए मुहिम में सकारात्मक भूमिका निभाई जिसके सफल परिणाम आए है। आज हरियाणा का लिंगानुपात 914 और जिला का लिंगानुपात 925 हो गया है। उन्होंने कहा हम सब के सामुहिक प्रयासों से इन 10 वर्षों में हमने न केवल बेटियों को बचाने की दिशा में काम किया, बल्कि उन्हें पढ़ाने और सशक्त बनाने के संकल्प को भी पूरा किया। हरियाणा, जो कभी सबसे निचले स्तर पर था, आज लिंगानुपात में सुधार के उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। सरकारी नीतियों, स्कूलों में लड़कियों की शिक्षा के लिए विशेष योजनाओं और छात्रवृत्ति कार्यक्रमों ने बेटियों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाया है। केंद्र व प्रदेश सरकार ने महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में आगे लाने के लिए विभिन्न योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के प्रति प्रतिबद्धता ने पूरे देश को इस मुहिम से जोड़ा है। बेटियों को परिवार, समाज और राष्ट्र का केंद्र बनाने का जो सपना देखा था, वह आज साकार होता दिख रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। कन्या भ्रूण हत्या पर सख्ती से रोक लगाने के लिए कानूनों को प्रभावी बनाया। यह 10 वर्षों का सफर हमारे लिए प्रेरणा है, लेकिन अभी भी हमें लंबा रास्ता तय करना है। हमारा उद्देश्य केवल बेटियों को बचाना और पढ़ाना नहीं है, बल्कि उन्हें हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम में बच्चों ने नाटक के माध्यम से बेटियों की शिक्षा के महत्व को प्रभावी ढंग से दर्शाते हुए एक प्रेरणादायक प्रस्तुति दी। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जागरूकता संदेश देते हुए पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, शपथ ग्रहण, हस्ताक्षर अभियान, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। मुख्यतिथि ने इस अवसर पर साइकिल यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरजीता कुमारी ने बताया कि यह अभियान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च तक चलाया जाएगा। इस दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं व गतिविधियां आयोजित कर नागरिकों को महिला सशक्तिकरण तथा महिला उत्थान के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा लागू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर जागरूक किया जाएगा।
इस अवसर पर चेयरमैन वेद फुला, भारत भूषण मिढ़ा, जिला परिषद अध्यक्ष सुमन खिचड़, जिप सीईओ सुरेश कुमार, गुलशन हंस, प्रवीण जोड़ा, भीम लांबा, जयदीप बराला, जिले सिंह बराला, प्रमोद बेनीवाल, लायक राम गढ़वाल, अनिल सिहाग, जगदीश शर्मा, विजय गोयल, राकेश भांभू, नरेश सरदाना, पूनम सिंगला, डीईओ संगीता बिश्नोई, डिप्टी सीएमओ डॉ. लाजवंती गौरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
हमारे देश की समृद्ध संस्कृति में महिलाओं का सम्मानित स्थान : सुभाष बराला
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