फतेहाबाद: फतेहाबाद की राजनीति दिलस्चप हो गई है। जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार व जजपा चिकित्सक प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. विरेंद्र सिवाच ने जजपा को छोडऩे का ऐलान कर दिया है। डॉ. सिवाच ने आज मीडिया से मुखाबित होते हुए कहा कि वह जजपा में अपने आप को बेबस सा महसूस कर रहे हैं। जिस सोच के साथ जजपा पार्टी मैदान में आई थी, उस पर खरा नहीं उतर पाई। यहां तक कि जो वायदे भाजपा सरकार के साथ मिलकर या पार्टी ने किए थे, उस पर पार्टी कुछ काम नहीं कर पाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जजपा पार्टी के दौरान अनदेखी अधिक हुई है। किसानों के साथ जजपा आगे नहीं आई, कोरोना काल में काम करने वाले कर्मचारियों को हटा दिया गया। इस मामले में मैं डिप्टी सीएम से मिला, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। भले ही हम गठबंधन में हों, लेकिन किसी भी प्रकार से हमारी पार्टी समाज के लिए कोई काम नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि इसी को लेकर मैं विधिवत रूप से इस पार्टी को छोड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि जब मैंने जजपा ज्वाइन की थी तो मेरा मकसद केवल समाज सेवा था, लेकिन इस पार्टी में रहकर मैं समाज सेवा का एक भी काम नहीं कर पाया हूं। पार्टी के जो लोग समाज के लिए काम करते थे, उनकी एक नहीं सुनी गई और उनको पद से हटा दिया गया। पार्टी में कुछ लोग ऐसे हैं, जो हाईकमान को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पार्टी व पार्टी के कार्य दोनों से नाराज हैं और आगामी समय में पार्टी से नाराज लोगों के साथ मिलकर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी