फतेहाबाद: जिले में घग्गर नदी और रंगोई नाले के ओवरफ्लो होने के कारण पानी लगातार फतेहाबाद की ओर बढ़ रहा है। पानी को निकालने के लिए आज प्रशासन ने खान मोहम्मद के पास 10 जेसीबी के माध्यम से दो किलोमीटर तक खाला खोद दिया है और पानी उसमें आने लगा है। इस खाले के आगे मुंशीवाली माइनर को भी तोड़ा जाएगा। वहीं मुंशीवाली माइनर में कल लगाए गए कट से पानी तेजी से करनौली की ओर बढऩे लगा है। फतेहाबाद के बाइपास से 12 किलोमीटर दूर एक ढाणी में परिवार के चार लोग फंस गए थे, जिनको सेना ने रेस्कयू किया। वहीं खान मोहम्मद के पास एक कॉलोनी में भी लोग बाढ़ से घिर गए और यहां से 10 लोगों को बाहर निकाला गया। हालांकि बाइपास पर सड़क का एक छोर पूरी तरह से पानी से डूबा हुआ है और यहां पर मिट्टी से बड़े बड़े बांध बनाने आरंभ कर दिए गए हैं।
राहत की बात यह है कि प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयासों से मुंशीवाली माइनर में किए गए कट व खोदे गए खाले के कारण पानी शहर की सीमाओं व गांवों से आगे निकलने लगा है। पीछे से पानी का आना अभी भी जारी है, लेकिन गुहला चीका में पानी का बहाव अब 47 हजार क्यूसेक से 42 हजार क्यूसेक आ गया है। कल रात को रतिया रोड पर साइफन की मिट्टी खिसक गई और पानी शहर की ओर आने लगा। लेकिन राहत में लगे लोगों ने इसे पाट दिया। गांव झाड़ साहिब के लोगों ने कल रात को बाढ़ के पानी को लेकर विरोध जताया। बताया गया है कि इस दौरान पुलिस व उनके बीच धक्का मुक्की भी हुई है। फतेहाबाद का द आर्यन स्कूल व खान मोहम्मद के पास ऑलिव स्कूल अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। फिलहाल प्रशासन ने स्कूल खोलने का कोई निर्णय नहीं लिया है। कल रात को विधायक दुड़ाराम, डीसी मनदीप कौर व एसपी आस्था मोदी ने बाइपास हाइवे का दौरा किया। यहां पर रात को ही युद्धस्तर पर बांध बनाने का कार्य किया जा रहा था। रात के समय पानी के बाइपास से ओवरफ्लो होने की पूरी आशंका थी, लेकिन प्रशासनिक सुझबुझ के चलते पहले की मिट्टी के बड़े-बड़े बांध बना दिए गए, जिस कारण पानी शहर की ओर नहीं आया।