फतेहाबाद। बाढ़ से बर्बाद फसलों, ट्यूब्वेलों, घरों, भूमि-कटाव से हुए नुकसान, जलभराव, आगजनी व 2020, 2021, 2022 में रोग से नष्ट नरमा की फसलों के मुआवजा की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का लघु सचिवालय के बाहर धरना आज 14वें दिन भी जारी रखी। किसानों, मजदूरों द्वारा 31 अगस्त को विधायक आवास का घेराव करने के आह्वान की तैयारियां तेज हो चुकी है। धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता राजिंद्र चहल ने कहा कि जिन विधायकों की जिम्मेदारी है कि वो पीडि़त जनता की समस्याओं का समाधान करवाएं, वही विधायक समस्याओं को कम करने की बजाय उन्हें बढ़ाने का काम कर रहे है। संयोजक जगतार सिंह, सुखविंद्र जेई व निर्भय सिंह ने बताया प्रदेश के अनेक जिलों में किसान बाढ़ विभिषिका झेलने को मजबूर है। बाढ़ व अन्य मुद्दों को लेकर संयुक्त मोर्चा का 16 अगस्त से डीसी दफ्तर के सामने निरन्तर पक्का पड़ाव चल रहा है। हर रोज सैंकड़ों किसान मजदूर पड़ाव में शामिल हो रहे हैं, परंतु दुख की बात है कि हमने जिन तीन विधायकों व सांसद को चुना, जनता को कोई राहत मिले एक शब्द भी नहीं बोल रहे। विधायकों की नजर में यहां कोई किसी को समस्या ही नहीं है। संयुक्त मोर्चा द्वारा बाढ़ से नष्ट फसलों का प्रति एकड़ 50 हजार मुआवजा, बिजाई हो चुकी नष्ट फसल का तीस हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, ठेके पर लेने वाले किसानों को आधा ठेका देने, वर्ष 2020, 21 व 22 का नरमा बीमा क्लेम का भुगतान, सेम जलभराव मुआवजा व समाधान, आगजनी से नष्ट गेहंू का बिना शर्त मुआवजा सहित अनेक मांगों को उठाया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमर सिंह तलवाड़ा, उत्तम सिंह तलवाड़ी ने की व संचालन मनफूल ढाका ने किया। इस मौके राजिंद्र प्रसाद बाटू, केवल सिंह रताथेह, पंजाब सिंह तलवाड़ा, जगतार सिंह सहनाल, एजे सिधानी, जगबीर सिंह, मास्टर अजीत सिधानी विशेष तौर पर शामिल हुए।