फतेहाबाद। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ संबंधित भारतीय मजदूर संघ की जिला कार्यकारिणी की बैठक प्रदेश अध्यक्ष विपिन शर्मा की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षों से सरकार एनएचएम कर्मचारियों के मांगों की अनदेखी कर रही है। संगठन ने बार-बार ज्ञापन व बैठकों के माध्यम से सरकार अपनी आवाज पहुंचने का प्रयास किया है परंतु सरकार संगठन को हल्के में ले रही है जिसके चलते एनएचएम कर्मचारियों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि 16000 हजार एनएचएम कर्मचारी पिछले 25 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में अपने उत्कृष्ट सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अभी तक एनएचएम कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है। एनएचएम कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें मणिपुर राज्य की तर्ज पर रेगुलर किया जाए। 2 नवंबर 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा सातवें पे कमिशन की घोषणा को लागू किया जाए। हड़तालों का काटा गया वेतन जारी किया जाए। एनएचएम कर्मचारियों को कैशलेस आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाए। वेतन विसंगति दूर की जाए, एनएचएम कर्मचारियो को ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो कर्मचारी आंदोलन के लिए विवश होंगे, जिसकी पूर्णतया जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी। इसी कड़ी में सभी एनएचएम कर्मचारियों 24 जून को काले रिबन लगाकर अपना विरोध प्रकट करेंगे। 1 जुलाई को सभी जिला सिविल सर्जन के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को ज्ञापन सौंपें जाएंगे वहीं 9 से 12 जुलाई तक सभी सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के एमपी, एमएलए को ज्ञापन सौंपेंगे। इसके बाद 14 जुलाई 2024 को एक बड़ी बैठक करके आगामी आंदोलन की घोषणा करेंगे। बैठक में अनेक कर्मचारी मौजूद रहे।